Dubara yaad nahi karna hai wo lamha bhi ab
Pravin Guptaदुबारायादनहींकरनाहैवोलम्हाभीअब
बेफ़िज़ूलहैमेरेसामनेकोईचर्चाभीअब
माँसेचुराकरजितनावक़्तलुटायातुझपरमैंने
मेरेसाथवक़्तगुज़ारचुकाइसकाक़र्ज़भीअब
हिज्रकेबादभीतूमुझपरइख़्तियाररखतीरही
फाँसीलगाकरछीनलियातुझसेयेदर्ज़ाभीअब
मोहब्बत,वस्ल,वोलड़कीसबछलावाथेप्रवीन
नाटकपरसेउठचुकाहैपर्दाभीअब